> ROJ KA GEET: September 2022

Monday, 26 September 2022

चाहा है तुझको चाहुँगा हरदम / Chaha Hai Tujhako Chahunda Hardam

 








चाहा है तुझको, चाहुँगा हरदम

मरके भी दिल से, ये प्यार ना होगा कम

तेरी याद जो आती है, मेरे आँसु बहते है

अपना तो मिलन होगा, पल-पल ये कहते है

क्या ये जिंदगानी है, बस तेरी कहानी है

बस तेरी कहानी है, ये जो जिंदगानी है

चाहा है तुझको, चाहुँगा हरदम

मरके भी दिल से, ये प्यार ना होगा कम


तेरी वो बातें, वो चाहत की रष्मे

झूठे थे वादे, क्या झूठी थी कश्मे

जाने तमना क्या ये सच है बस इतना कह दे

टुट जाएना लम्हा, ऐतबार का

दे कोई शिला मेरे, इंतजार का

चाहा है तुझको, चाहुँगी हरदम

मरके भी दिल से, ये प्यार ना होगा कम


तेरी हां तेरी जो चाहे कसम लेले

मुझको हम राही तु अपने गम देदे

सारी उमर है मुझको दर्द जुदाई का सहना

रास्ते में खोई है, मंजिले मेरी 

मेरे साथ जाएंगी, मुश्किले मेरी

चाहा है तुझको, चाहुँगा हरदम

मरके भी दिल से, ये प्यार ना होगा कम

तू सामने है मेरे, फिर क्यों ये दूरी है

तुझे कैसे बताउं मैं, हाय क्या मजबूरी है

ये भी कोई जीना है, सिर्फ आँसु पीना है

सिर्फ आँसु पीना है, ये भी कोई जीना है

--------------the end--------------------




Sunday, 25 September 2022

ओ आये तेरे भवन / O Aaye Teri Bhavan








ओ आये तेरे भवन, दे दे अपनी शरण-2

रहें तुझे में मगन, थाम कर ये चरण

तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे-2

ओ आये तेरे भवन, दे दे अपनी शरण

रहें तुझे में मगन, थाम कर ये चरण

तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे-2


उत्सव मनायें नाचें गाएं-2

चलो मईया के दर जाएं

जय माता दी-जय माता दी

जो से बोलों, जय माता दी

चारों दिशाएं चार खंभे बनी हैं

मंडप पे आसमां के चादर तनी है

सूरज भी किरणों की माला ले आया

कुदरत ने धरती का आंगन सजाया

करके तेरे दर्शन, झुमें धरती गगन

सनन गाएं पवन, सभी तुझमें मगन

तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे

हो तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे


फूलों ने रंगों से रंगोली सजायें-2

सारी धरती ये महकायें

जय माता दी-जय माता दी

जो से बोलों, जय माता दी

चरणों में बहती गंगा की धारा

आरती का दीप लगे हर इक सितारा

पुरवईया देखों चंवर कैसे डोलायें

ऋतुयें भी माता का झुला झुलायें

ओ पाके भक्ति का धन, हुआ पावन ये मन

करके तेरा सुमिरन, खुले अंतर नयन

तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे-2

ओ आये तेरे भवन, दे दे अपनी शरण

रहें तुझे में मगन, थाम कर ये चरण

तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे

हो तन मन में भक्ति ज्योत तेरी, हे माता जलती रहे

-------------------the end----------------------------


Saturday, 24 September 2022

धरती गगन में होती है / Dharati Gagan Mein Hoti Hai

 








जय-जय शेरावाली माँ

जय-जय मेहरावाली माँ

जय-जय ज्योतावाली माँ

जय-जय लाटावाली माँ


जयकारा शेरावाली दा

बोल सचे दरबार की जय


धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार हो मईया

ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 

दुनिया तेरा नाम जापे हो-दुनिया तेरा नाम जपे तुझको पुजे संसार

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार


सरस्वती महालक्ष्मी काली तीनों की तू प्यारी

गुफा के अन्दर तेरा मंदिर तेरी महिमा न्यारी

शिव की जटा से निकली गंगा आई ,शरण तिहारी

आदि शक्ति आदि भवानी तेरी शेर सवारी

हे अम्बे हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार

आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार

धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार हो मईया

ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 


ब्रह्मा विष्णु महेश भी तेरे आगे शीश झुकायें

सूरज चाँद सितारे तुझेसे उजियारा ले जायें

देव लोक के देव भी मईया तेरे ही गुण गायें

मानव करे जो तेरी भक्ति भवसागर तर जायें

हे अम्बे हे माँ जगदम्बे करना तू इतना उपकार

आये हैं तेरे चरणों में देना हमको प्यार

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार 

दुनिया तेरा नाम जापे हो-दुनिया तेरा नाम जपे तुझको पुजे संसार

हो मईया धरती गगन में होती है तेरी जय जयकार 

हो मईया ऊँचे भवन में होती है तेरी जय जयकार

हो.......हो............हो.............हो............हो...........2

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Wednesday, 14 September 2022

आजा - आजा मिलने पहली बारीस में / Aaja Aaja Milne Pahali Baris Mein

 








जितने भी ये बादल है, लगता है सब पागल है -2

बरसाते है याद तेरी और तन्हाई का पल है

बेताब दिल है संग तेरे भिगने के खाईस में

आजा - आजा मिलने पहली बारीस में -4


कभी खतम ना होने वाली, कुछ बातें करनी है

बोली तो दिल की है पर, आँखों से कहनी है

लेके आई हवाएं मुझ तक तेरी ये फरियाद

मैने भी मोहब्बत भेजी है बादलों के हाथ

छोडी है अपनी आरजू तेरी फरमाईस में

आजा - आजा मिलने पहली बारीस में -4


दूरिया सब मिटाके तू जाना आ जाना,

मौसम का भी मिजाज ये कहता है ओ.....

ढूंढता ये दिल मेरा तुझको होके दिवाना,

बस तेरे इंतजार में रहता है ओ......

आने लगा है दिल तेरी आगो की सारीस में

आजा - आजा मिलने पहली बारीस में -4

--------------the end------------------

आजा - आजा मिलने पहली बारीस में


Sunday, 11 September 2022

तेरी मिट्टी में मिल जावां / Teri Mitti Mein Mil Jawan


 






तलवारों पे सर वार दिए, अंगारों में जिश्म जलाया है

तब जाके कहीं हमने सर पे, ये केसरी रंग सजाया है


ऐ मेरी जमीं, अपसोस नहीं, जो तेरे लिए सौ दर्द सहे

मैहफूज रहे, तेरी आन सदा, चाहे जान मेरी ए रहे ना रहे

हाँ.. मेरी जमीं, महबूब मेरी, मेरी नाश-नाश में तेरा इश्क बहे

फीका ना पडे, कभी रंग तेरा, जिस मुंह निकल के खुन कहे


तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी, है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरे खेतों में लहरावां

इतनी सी, है दिल की आरजू


सब सर से भरे, खलियान मेरे, जहां झुमके भांगड़ा पाना सका

आबाद रहे, ओ गाँव मेरा, जहां लौटकर वापस जाना सका

ओ वतना मैं, मेरा वतना मैं, तेरा मेरा प्यार निराला था

कुर्बान हुआ, तेरी असमत पे, मैं कितना नसीबों वाला था

तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी, है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरे खेतों में लहरावां

इतनी सी, है दिल की आरजू


हो हीर मेरी, तू हंसती रहे, तेरी आँख घड़ी भर नम ना हो

मैं मरता था, जिस मुखडे पे, कभी उसका उजाला कम ना हो

ओए माई मेरी, क्या फिक्र तुझे, क्यों आँख से दरिया बहता है

तू कहेती थी, तेरा चाँद हूँ मैं, और चाँद हमेशा रहता है

तेरी मिट्टी में मिल जावां

गुल बनके मैं खिल जावां

इतनी सी, है दिल की आरजू

तेरी नदियों में बह जावां

तेरी फसलों में लहरावां

इतनी सी, है दिल की आरजू

----------the end---------------

इस गाने को सुनने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।



Tuesday, 6 September 2022

मेरा दिल भी कितना पागल है / Mera Dil Bhi Kitna Pagal Hai

 








मेरा दिल भी कितना पागल है, ये प्यार तो तुम से करता है -2

पर सामने जब तुम आते हो - 2, कुछ भी कहने से डरता है

ओ मेरे साजन - ओ मेरे साजन, साजन - साजन, मेरे साजन

मेरा दिल भी कितना पागल है, ये प्यार तो तुम से करता है -2


कितना इसको समुझाता हूँ

कितना इसको बहलाता हूँ (दोनों पंक्ति दोहराएं)

नादान है कुछ ना समझता है

दिन रात ये आहे भरता है

मेरा दिल भी कितना पागल है, ये प्यार तो तुम से करता है -2

पर सामने जब तुम आते हो - 2, कुछ भी कहने से डरता है

मेरे साजन - ओ मेरे साजन, साजन - साजन, मेरे साजन

मेरा दिल भी कितना पागल है, ये प्यार तो तुम से करता है -2


हर पल मुझको तड़पता है, मुझे सारी रात जगाता है -2

इस बात की तुमको खबर नहीं, ये सिर्फ तुमपे मरता है

मेरा दिल भी कितना पागल है, ये प्यार तो तुम से करता है -2

पर सामने जब तुम आते हो - 2, कुछ भी कहने से डरता है

ओ मेरे साजन - ओ मेरे साजन, साजन - साजन, मेरे साजन

साजन - साजन, साजन - साजन -2

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