सोची-सोची जिया हमरो ऽ ऽ
आरे सोची-सोची जिया हमरो काहे घबडाता दरोगा जी हो ऽ ऽ
चार दिन से पियावा बा ना पाता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता
सोची-सोची जिया हमरो-2 काहे घबडाता दरोगा जी हो
चार दिन से पियावा बा ना पाता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता-2
................................म्यूजिक.............................
शहर में खोजनी बजरिया-बजरिया
कतही बलम जी ना आवेले नजरिया (दोनों पंक्ति को दोहराएं)
कतनो लगावतानी-2 लागत नईखे पाता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता-2
................................म्यूजिक............................
लिखी ना रिपोर्ट रउआ सोची विचारी
अपना बलम जी के कईसे विसारी (दोनों पंक्ति को दोहराएं)
उनके खातिर रोवे नन्हका-2 आ खाना नाही खाता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता-2
...............................म्यूजिक..............................
पियावा लगन कहां गईले भुलाई
बिरहा के आग हम कइसे बुझाई (दोनों पंक्ति को दोहराएं)
लागता की सईया हमार-2 गईले कलकत्ता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता-2
सोची-सोची जिया हमरो-2 काहे घबडाता दरोगा जी हो
चार दिन से पियावा बा ना पाता
दरोगा जी हो... चार दिन से पियावा बा ना पाता-2
-----------------the end--------------------------
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