> ROJ KA GEET: October 2022

Sunday, 30 October 2022

याद तुम्हारी जब-जब मुझको आती है - आती है / Yad Tumari Jab Jab Aati Hai









 माँ............................ओ................माँ.........2

माँ............................ओ................माँ.........2

पास बुलाती है, कितना रूलाती है-2

याद तुम्हारी जब-जब मुझको आती है - आती है (दोनों पंक्ति को दोहराएं)


जिनके सर पे ममता की दुआएं हैं

किस्मत वाले वो है जिनकी मांएं हैं (दोनों पंक्ति को दोहराएं)

जिश्म तो होता है, पर जान नहीं होती

उनसे पुछे जिनकी, माँ नहीं होती

लोरी सुनाती है, छुपके सुलाती है-2

याद तुम्हारी जब-जब मुझको आती है - आती है


आजा सीने से तुझको लगा लँू मैं

चीर के दिल को धड़कन में छुपा लूँ मैं (दोनों पंक्ति को दोहराएं)

सावन बन-बन के, मेरी आँखें बरसी हैं

तेरे लिए कितना, ये पल-पल तरसी हैं

कितना सताती है, जां ले जाती है-2

याद तुम्हारी जब-जब मुझको आती है - आती है

------------------the end-----------------------

Friday, 21 October 2022

ठहरे हुवे पानी में कंकड़ ना मार / Thahare Huve Pani Mein Kankad Na Mar

 









ठहरे हुवे पानी में कंकड़ ना मार सांवरे

मन में हलचल सी मच जाएगी बावरी हो (दोनों पंक्ति दोहराएं)

ठहरे हुवे पानी में...


मेरे लिए है तु अनजानी, तेरे लिए हूँ मैं बेगाना

अनजाने ने बेगाने का, दर्द भला कैसे पहेचाना

जो इस दुनिया ने ना जाना

ठहरे हुवे पानी में कंकड़ ना मार सांवरे

मन में हलचल सी मच जाएगी बावरी हो

ठहरे हुवे पानी में...


सब फूलों के है दिवाने, काटों से दिल कौन लगाएं

भोली सजनी मैं हूँ कांटा, क्यों अपना आँचल उलझाएं

रब तुझको कांटों से बचाएं

ठहरे हुवे पानी में कंकड़ ना मार सांवरे

मन में हलचल सी मच जाएगी बावरी हो

ठहरे हुवे पानी में...


तुम ही बताओं कैसे बसेगी, दिल की अरमानों की बस्ती

ख्वाब अधूरे रह जाएंगे, मिट जाएगी इनकी हस्ती

चलती है क्या वेद पे कस्ती

ठहरे हुवे पानी में कंकड़ ना मार सांवरे

मन में हलचल सी मच जाएगी बावरी हो (दोनों पंक्ति दोहराएं)

ठहरे हुवे पानी में...

-------------------------the end------------------------

Sunday, 16 October 2022

मोहब्बत ना करना - मोहब्बत ना करना / Mohabbat Na Karna

 









आशिको से बस यही एक इलतजा है मेरी

मोहब्बत ना करना - मोहब्बत ना करना -2 (दोनों पंक्ति दोहराएं)


रब्बा मेरे रब्बा दुहाई है दुहाई-2

दिवानों की किस्मत में लिखी क्यों जुदाई

चाह के भी हम मिल ना पाये

होके जुदा कही मर ना जाये

मेरी तरहा से देखो तुमना आहे भरना

मोहब्बत ...................... -मोहब्बत ना करना

मोहब्बत ना करना - मोहब्बत ना करना


ना तेरी खाता है ना मेरी ये खाता है -2

क्या है मजबूरी हमे तो ये पता है

आँखों में आंसु हो दिल में है दुहाई

कोई सुनेना अपनी सदाई

चुप-चुपके मेरे जैसे तुम भी ना मरना

मोहब्बत ...................... -मोहब्बत ना करना

मोहब्बत ना करना - मोहब्बत ना करना

आशिको से बस यही एक इलतजा है मेरी

मोहब्बत ना करना - मोहब्बत ना करना -2

-------------------the end-----------------